LABH PARIWAR
Culture
मैथिली फकरा (Maithili Proverbs)
"अन्हरा गांव मे कन्हा राजा" "Anhara Gaon me Kanha Raja" If the person who represents the illiterate has read a little, he understands that no one is more educated than me.
Read Fullसुप || छिट्टा || डाला|| पथिया (SUP|| Chitta|| Dala|| pathiya)
जैसे डाला, पनपथिया, छीट्टा, मौनी, चंगेरा जैसे बहुत सारे जो बांस से बने चीज है। हाथ से बनने वाला पंखा जिसे वियन भी कहते हैं। Two no. Province of Nepal, Mithila, and Bihar. There is some such thing which is happening in the areas of the state. Well, many things have happened and are going to happen and are happening. But today I am talking about some such things which you all need to know. Some of the items of bamboo were used in our various works.
Read Fullमिथिला चित्रकला और इसका महत्व (Mithila painting and its importance)
कछुए मिथिला पेंटिंग में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, जहां वे जीवन शक्ति का प्रतीक हैं और सौभाग्य लाते हैं। मिथिला पेंटिंग चित्रकला की एक पारंपरिक शैली है जिसकी उत्पत्ति मिथिला क्षेत्र में हुई थी।
Read Fullमिथिला | मिथिला कैसे मिथिला हुआ | मिथिला की संस्कृति (Mithila painting and its importance)
मिथिला के राजा मिथि जो थे उनके नाम से मिथिला हुआ है। मिथि राजा का
जन्म उनके पिता का शरीर से हुवा था ।.....
मिथिला चित्रकला बहुत प्रसिद्ध है जिसे मधुबनी पेंटिंग भी कहां जाता है। अरिपन, भरनी, कचनी,
तांत्रिक, गोडना और कोहबर आदि सब इस चित्रकला में आता है।........
यहां का प्रमुख खाना
दाल, चावल, सोहिजन, कड़ी बाडि तरुवा है। लगभग चार बजे के आसपास यहां पर दही चुरा खाने की चलन
है।
बेटी विदाई समदाउन गीत और ऐतिहासिक तथा महत्व || Beti vidai samdoun song and historical and significance
विवाह गीत प्राचीन मिथिला की धरोहर माने जाते हैं। इसे प्राचीन काल से चला आ रहा गीत माना जाता है। इसे त्रेता युग से गाया जाता रहा है। यह गीत राम-जानकी के विवाह से पहले भी गाया जाता था। और आज तक यह हमारी विरासत है जो ऐसे ही चली आ रही है। Wedding songs are considered to be the heritage of ancient Mithila. It is considered to be a song coming from ancient times. It has been sung since Treta Yuga. This song was sung even before the marriage of Ram-Janaki. And till date, it is our heritage which is continuing like this. works.
Read FullDances
झिझिया | यह नृत्य करने का कारण | यह नृत्य कब किया जाता है
झिझिया भारतीय उपमहाद्वीप के मिथिला क्षेत्र का एक सांस्कृतिक नृत्य है। झिझिया ज्यादातर दशहरा के समय विजय की देवी दुर्गा भैरवी के समर्पण में किया जाता है। झिझिया करते समय महिलाएं अपने सिर पर मिट्टी से बनी लालटेन रखती हैं और नृत्य करते समय इसे संतुलित करती हैं। Jhijhiya is a cultural dance of the Mithila region of the Indian subcontinent. Jhijhiya is mostly performed at the time of Dussehra in dedication to Durga Bhairavi, the goddess of victory. While performing Jhijhiya women keep a lantern made of clay on their heads and balance it while dancing.
Read FullFood
मिथिला व्यंजन: सांस्कृतिक समृद्धि और परंपराओं की स्वादिष्ट प्रस्तुति || Mithila Cuisine: A Delicious Reflection of Cultural Heritage and Traditions"
मिथिला के व्यंजनों में सदियों पुरानी रेसिपीज़ को संरक्षित किया गया है जो पीढ़ियों से चली आ रही हैं। 'बिरिया (अरिकोच)', 'खाजा' और 'ठेकुआ' जैसे व्यंजनों की सावधानीपूर्वक तैयारी इस क्षेत्र की पाक विरासत का प्रमाण है। ये खाद्य पदार्थ अक्सर त्योहारों, पारिवारिक समारोहों और समारोहों के दौरान बनाए जाते हैं, जो उन्हें मिथिला के सामाजिक ताने-बाने का अभिन्न अंग बनाते हैं।
Read Fullअरीकोच (विरिया) कैसे बनाते हैं और इसकी सब्जी कैसे बनाते हैं।
जैसे आप एक सामान्य आलू की सब्जी बनाते हैं, उसी तरह सरिसो डाल कर तैयार कर लें। इसमें राई डाल दीजिए, यानी आपको ऊपर से नहीं डालना है। (Just like you make a normal potato curry, prepare it by adding mustard seeds. Put mustard in it, that means you do not have to pour it from above.)
Read Fullजानिए तिल और मुरे की लड्डू बनाने का तरीका और खाने का फायदा (Sesame, puffed rice and chura laddoos)
जैसे मिथिला अपनी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं में प्रसिद्ध है, उसी तरह यह खाने-पीने में भी बहुत प्रसिद्ध है। प्राचीन काल से ही मिथिला का अप वैसे तो मिथिला में खाने की बहुत सी चीजें हैं जिनमें से आज हम अरीकोच (बिरिया) कैसे बनाते हैं इसके बारे में बताने जा रहे हैं.ना खान-पान का इतिहास रहा है।
Read FullHow to Make Authentic Mithila Khajur: A Step-by-Step Guide to the Famous Maida Sweet || मिथिला के प्रसिद्ध खजूर बनाने की विधि: मैदा से तैयार स्वादिष्ट मिठाई की चरणबद्ध गाइड
खजूर को आमतौर पर त्योहारों, जैसे होली, दिवाली और पारिवारिक समारोहों में बनाया और खाया जाता है। इसे विशेष अवसरों पर मेहमानों का स्वागत करने के लिए भी परोसा जाता है। इसका स्वाद और कुरकुरापन इसे सभी के लिए खास बनाता है। khajur are usually made and eaten during festivals like Holi, Diwali and family gatherings. It is also served to welcome guests on special occasions. Its taste and crunchiness makes it special for everyone.
Read Fullपारंपरिक मिथिला नीमकी रेसिप ी: स्वादिष्ट और आसान मैदा स्नैक बनाने का तरीका || Traditional Mithila Nimki Recipe: Delicious and Easy Flour Snack Making Guide
नीमकी को ठंडा करके सर्व करें। इसे एयरटाइट कंटेनर में रखकर लंबे समय तक स्टोर भी किया जा सकता है। जो बहुत ही स्वादिष्ट है और बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाती है। इसे चाय के साथ सर्व करें। घर में सभी को निमकी बहुत पसंद होती है। इसे एयर टाइट कंटेनर में रखें, ताकि यह जल्दी खराब न हो। Serve Nimki after cooling it. It can also be stored for a long time by keeping it in an airtight container. It is very tasty and gets ready very quickly. Serve it with tea. Everyone in the house likes Nimki very much. Keep it in an airtight container, so that it does not spoil quickly.
Read FullFestivals
मिथिलांचलक पावैन :चौरचन (Festival of Mithilanchala: Chorachan)
चौरचन त्यौहार मिथिला का सबसे महान त्यौहार में से एक है। यह त्यौहार भादो मास के शुक्ल पक्ष चतुर्थी के दिन मनाया जाता है । यह नेपाल के मिथिला क्षेत्र में मनाया जाता है।..... (......There is a lot of history to celebrate this festival, one of which we are telling you....)
Read Fullचौरचन विसेष मन्त्र सहित (Churchane with Special Mantras)
चौरचन पावनि मिथिलाक महान पावनि मे स एकटा पावैन छै। इ पावनि भादव मास के शुक्लपक्ष चतुर्थी के मनावल जाइत अछि । इ नेपाल के मिथिला क्षेत्र मे मनावल जाइत अछि। प्रदेश न. २ आ प्रदेश न. १ के किछ क्षेत्र मे मनावल जाइत अछि । आ भारत के बिहार राज्य के किछ जील्ला मे सेहो मनावल जाइत अछि । मान्यता अछि जे एहि समयक चन्द्रमाक दर्शन करबापर कलंक लगैत अछि।तें एहि दोषक निवारण करबाक लेल अपना मिथिला में"सिंह: प्रसेन" वला मन्त्रक पाठ कैल जैत अछि। लगय ताहि हेतु रोहिणी सहित चतुर्थी चन्द्रक पूजा होइत छैक।
Read Fullजीवित्पुत्रिका व्रत कथा
एक दिन कैलाशक अति रमणीय शिखरपर बैसि पार्वती शंकर जी सँ हे महेश्वर! हम जे सुन' चाहैत छि से आहा कहू । ........
Read Fullविवाह पंचमी | राम सीता विवाह महोत्सव | मिथिला में विवाह का रस्म (Vivah panchami | Sita Ram Vivah | Marriage Ceremony in Mithila)
एक दिन की बात है कि सीता महल में कुछ दोस्तों के साथ लुका-छिपी खेल रही थीं, उस समय शिव धनुष सीता को छूकर गिर पड़े। सीता बहुत डर गई और उसे उठाकर उस धनुष को मेज पर रख दिया। इसे रखते हुए राजा जनक ने देख लिया।..... (......It is a matter of one day that Sita was playing hide and seek with some friends in the palace, at that time Shiva Dhanush fell down touching Sita. Sita was very scared and picked it up and put that bow on the table. Keeping this, King Janak saw it. ....)
Read Fullकोजाग्रत पूर्णिमा || मिथिला में कोजागरा कैसे मनाया जाता है (Kojagrat Purnima || How Kojagra is celebrated in Mithila)
कोजागरा पूर्णिमा हर साल आश्विन महीने में मनाया जाता है खासकर यह भारत और नेपाल में मनाया जाता है, और यह हर एक जगह हर एक रीति-रिवाजों से मनाया जाता है पर मिथिला का कुछ अलग ही अंदाज है तो आज हम मिथिला में कोजागरा कैसे मनाया जाता है उस पर चर्चा करेंगे। ज्यादातर जगहों पर इस रात को महालक्ष्मी की आराधना करके बिताते हैं। Let's discuss that. In most places, this night is spent worshiping Mahalakshmi. But in Mithila, Sita and Ram are given a lot of importance and special work is done by the newly married couple.......
Read Fullसमा चाकेवा || सामा चकेवा में चुनौतियां || समा चाकेवा पर निबंध (Sama Chakeva || Challenges in Sama Chakewa || Essay on Sama Chakaeva)
समा चाकेवा या समा चाकेबा एक हिंदू त्योहार है, जो भारतीय उपमहाद्वीप (भारत और नेपाल) के मिथिला क्षेत्र से उत्पन्न होता है। यह भाइयों और बहनों का त्योहार है। यह अंग्रेजी महीना नवंबर में मनाया जाता है। This is celebrated in English month November. The festival includes folk theater and songs , celebrates the love between brothers and sisters.
Read FullHistory
वैदिक काल का मिथिला का इतिहास || तिरहुत का अर्थ (History of Mithila of Vedic period || Meaning of Tirhut)
कच्छ के रंग से एक गुरु अपने शिष्य के साथ एक ऐसा धरती का टुकड़ा खोजने को निकल पड़े जहां पर वह जगह ऐसा हो कि वह स्वर्ग से भी सुंदर जगह हो और धरती इतनी उपजाऊ हो कि अकाल का संभावना ना हो । Guru Gautam Rahugan and disciple Mathava Vidhegh first reached Prayagraj in this journey. Went to Banaras from here and reached there the Sadanira river near Banaras. .......
Read Fullआधुनिक काल में मिथिला का इतिहास || Modern period in the history of Mithila
उस समय मिथिला में कोई राजा नहीं था और जिस राज्य में कोई राजा नहीं होता, उसकी स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है और एक तरह से वहां लोकतंत्र था। समय और परिस्थितियों के अनुसार राजा के बिना राज्य कमजोर माना जाता था, इसका कारण यह भी हो सकता है कि राजा की अनुपस्थिति में आक्रमणकारी अपने क्षेत्र का विस्तार करने या लूटपाट करने के लिए मजबूत हो गए होंगे। वज्जि महाजनपद ने इस कमजोरी का फायदा उठाया। वज्जि महाजनपद १६ छोटे-बड़े राज्यों का समूह था। इसका एक कार्य प्रत्येक छोटे राज्य का अपने में विलय करना था। इस अवधि के दौरान, मिथिला पर कब्ज़ा कर लिया गया। अपने में समा कर लिया गया।
Read FullOthers
मैथिली प्रेरक उद्धरण (Maithili motivational quotes)
“कामियाबि के सबस खास बात इ छै कि, उ मेहनत कर बला के बड मान सम्मान दै छै।“ “Kamiyabi ke sabsa khaas baat i chhai ki, mehanat kara bala bad maan samman dai chhai.”
Read Fullप्रेम प्रसंगयुक्त राधा कृष्ण प्रेम कोट्स मैथिली में (Romantic Radha Krishna love quotes in Maithili)
हमरा कहाँ बुझल छल जे प्रेम कि होइ छै! आहा भेटलौ त जिन्दगी प्रेम बैनगेल!! Hamar akaha bujhal chhai jeprem ki hoi chhai! aaha bhetalau t jindgi prem baingel!!
Read Fullआधुनिक काल विश्व पर्यटन दिवस २०२१ (World tourism day 2021)
अइ वर्ष के थीम 'समावेशी विकास के लेल पर्यटन' छै। इ संख्या पर नहीं बल्कि ओइ लोक पर ध्यान केंद्रित करैत छै जे अइ नंबर के पाछु छै जे पर्यटन उद्योग के एक बडका सफलता बनाव के लेल वास्तव में कड़ा मेहनत करैत छै।
Read FullSongs
मैथिली लोकगीत: हमारी संस्कृति, धरोहर और आधुनिक युग में उनका महत्व || Exploring the Cultural Significance of Mithila Folk Songs: Preservation, Legacy, and Modern-Day Relevance
All maithili Folk Song List (सब मैथिली लोकगीत सूची)
गोसाउनिक गीत, ब्राह्मण गीत, सोहर गीत, पराति गीत,
यहां हर तरह के मैथिली लोक गीत मिल जाएंगे। यदि आपको कोई गीत नहीं मिल रहा है, तो इसे फीडबैक क्षेत्र में लिखें और हम आपको यथाशीघ्र गीत भेज देंगे।
Technology
Content coming soon.
Technology content is coming soon. Stay tuned!
Read FullTouristic Places
मिथिला यात्रा गाइड: ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल || Experience Mithila: The Ultimate Travel Guide
मिथिला की यात्रा आपको न केवल इसके पौराणिक और ऐतिहासिक पहलुओं से परिचित कराती है, बल्कि आपको इसकी समृद्ध सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता का भी अनुभव कराती है। नेपाल और भारत की सीमा पर स्थित इस क्षेत्र का पर्यटन व्यवसाय तेजी से बढ़ सकता है। A visit to Mithila not only acquaints you with its mythological and historical aspects, but also lets you experience its rich cultural and natural beauty. Located on the border of Nepal and India, the tourism business of this region can grow rapidly.
Read FullJanakpur Dham: Mythological Stories and Tourist Places. जनकपुर धाम: पौराणिक
मान्यताएं और घूमने के प्रमुख पर्यटन स्थल
जनकपुर धाम धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध है। ऐसे कई स्थान हैं जो अपनी ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं।
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1 Comments
Very good
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