अनुवाद :

पारंपरिक मिथिला नीमकी रेसिपी: स्वादिष्ट और आसान मैदा स्नैक बनाने का तरीका || Traditional Mithila Nimki Recipe: Delicious and Easy Flour Snack Making Guide

विषय सूची

                                                                                       सुझाया गया :

पारंपरिक मिथिला नीमकी रेसिपी: मैदा से बनी एक स्वादिष्ट व्यंजन

परिचय

जैसे हर जगह का कोई विशेष नाश्ता या कोई खास पकवान होता है। वैसे ही मिथिलांचल क्षेत्र में भी एक ऐसा ही खास पकवान बनाया जाता है, जो मिथिला संस्कृति को दर्शाता है। प्रत्येक स्थान का भोजन उसके अपने इतिहास और संस्कृति को प्रतिबिंबित करने का प्रयास करता है। उनमें से एक है " नीमकी " जो हमारे मिथिला यानी बिहार, झारखंड और नेपाल के मधेश, लुम्बिनी, कोसी प्रदेश में नाश्ते के रूप में प्रयोग किया जाने वाला व्यंजन है।




 

निमकी बनाने का तरीका




नीमकी बनाने का विधि

इसे बनाने का कुछ इस प्रकार है। यहाँ इसके बारे में विस्तार से जानकारी और बनाने की विधि दी गई है:

सामग्री:

  • 2 किलोग्राम मैदा
  • आवश्यकता अनुसार तेल
  • स्वादानुसार नमक (लगभग 4-5 चमच)
  • 4 चमच अजवाइन
  • 4 चमच कलौंजी


विधि:

मोयन देना / घी डालना:
  • 1. एक बड़े बर्तन में आटा लें और उसमें 100 ग्राम घी ओर पानि डालें।

    आटा गूंथना:
  • एक बड़े बर्तन में आटा लें, उसमें नमक, अजवायन, कलौंजी और गूंथने के लिए तेल डालकर मिला लें, फिर पानी डालकर सख्त आटा गूंथ लें।

  • नीमकी बनाना:
  • अब आटे की बड़ी-बड़ी लोइयां बना लें। एक लोई को चकले पर रखकर बड़ी रोटी बना लें। फिर चाकू से नमकीन के आकार में काट लें। जैसा कि ऊपर चित्र में दिखाया गया है। हम इसी विधि से सारी नमकीन बनाएंगे।

  • तलना:
  • कढ़ाई में घी/ तेल गरम करें और मध्यम आँच पर नीमकी के गोलों को सुनहरा और खस्ता होने तक तलें।
  • तले हुए नीमकी को कढ़ाई से झाज (एक प्रकार का बर्तन जोतेल में तले हुएको निकालने के लिए प्रयोग किया जाता है इसमें बहुत सारे छेद होता है।) का प्रयोग से निकालकर सूप या बर्तन पर रखें ताकि अतिरिक्त घी निकल जाए।


  • परोसना:
  • नीमकी को ठंडा करके सर्व करें। इसे एयरटाइट कंटेनर में रखकर लंबे समय तक स्टोर भी किया जा सकता है। जो बहुत ही स्वादिष्ट है और बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाती है। इसे चाय के साथ सर्व करें। घर में सभी को निमकी बहुत पसंद होती है। इसे एयर टाइट कंटेनर में रखें, ताकि यह जल्दी खराब न हो।


  • नीमकी कब खाया जाता है:

    निमकी अक्सर त्यौहारों या खास मौकों जैसे दिवाली, होली या घर में होने वाले किसी भी उत्सव पर बनाई जाती है। लेकिन, क्योंकि इसे बनाना आसान है और खाने में स्वादिष्ट है, इसलिए आप कभी भी, बिना किसी परेशानी के निमकी बना सकते हैं और इसका आनंद उठा सकते हैं। चाय के साथ इसका स्वाद बहुत अच्छा लगता है!
    इस प्रकार नीमकी एक मीठा, स्वादिष्ट और पारंपरिक रूप से समृद्ध व्यंजन है जो किसी भी अवसर को मधुर और यादगार बना देता है। 😊


    सूचना

    व्यंजन बनाने का तरीकावीडियो सहित।

    बिरिया (अरिकोच)

    दाल को 4-5 घंटे या रात भर पानी में भिगोने के बाद बथुआ या खेसारी के साग को साफ करके धूप में सुखा लें, फिर उड़द की दाल को पीसकर साग में मिलाकर पका लें और सूखने के लिए रख दें।

    Read Full Video coming soon
    मुरौरी

    मुरौरी मिथिला का एक विशेष और पारंपरिक व्यंजन है जिसे मूली को बारीक काटकर और उड़द दाल के साथ मिलाकर बनाया जाता है।

    content coming soon Watch Video

    Post a Comment

    0 Comments