अनुवाद :

How to Make Authentic Mithila Khajur: A Step-by-Step Guide to the Famous Maida Sweet || मिथिला के प्रसिद्ध खजूर बनाने की विधि: मैदा से तैयार स्वादिष्ट मिठाई की चरणबद्ध गाइड

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                                                                                       सुझाया गया :

पारंपरिक मिथिला खजूर रेसिपी: 

मैदा से बनी एक स्वादिष्ट मिठाई

परिचय

हर देश के हर प्रांत में अलग-अलग तरह के व्यंजन खाए जाते हैं। इनमें से कुछ ऐसे व्यंजन होते हैं जो उस जगह के इतिहास और संस्कृति के बारे में बताते हैं। जैसा कि हम मिथिलांचल के बारे में लिख रहे हैं, यहाँ भी कुछ विशेष तरह के व्यंजन खाए जाते हैं। जिनमें से आज मैं एक खास महत्वपूर्ण व्यंजन के बारे में बताने जा रहा हूँ जो हमारी संस्कृति को दर्शाता है। यानी यह व्यंजन खास तौर पर मिथिला में बनाया जाता है। हालाँकि, यह व्यंजन भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड क्षेत्र और नेपाल के तराई क्षेत्र यानी मधेश प्रदेश, लुम्बिनी प्रदेश और कोसी प्रदेश में भी बनाया जाता है।
खजूर मिथिला का एक प्रसिद्ध मिठाई है जो बिस्कुट जैसा होता है और मैदा से बनता है। खजूर मिठाई विशेषकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाई और खाई जाती है। इसका स्वाद अद्वितीय होता है और यह न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि इसे बनाने की विधि भी सरल है।










खजूर बनाने का विधि

यहाँ इसके बारे में विस्तार से जानकारी और बनाने की विधि दी गई है:

खजूर मिठाई की विधि:
सामग्री:

  • मैदा – 2 किलोग्राम
  • घी – 2 कप / 400 ग्राम (मोयन के लिए/ घी डालना)
  • शक्कर – 900-1000 ग्राम
  • पानी – 1 किलोग्राम
  • इलायची पाउडर - 3 चम्मच (इच्छाधीन)
  • घी / तेल – 1 – 1.5 लीटर तलने के लिए

विधि:
मोयन देना / घी डालना: 1. एक बड़े बर्तन में आटा लें और उसमें 400 ग्राम घी डालें। 2. घी को आटे में अच्छी तरह मिलाएँ जब तक कि वह चूर-चूर न हो जाए। इस प्रक्रिया से खजूर कुरकुरे बनते हैं।

आटा गूंथना: 3. अब इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी और चीनी डालकर सख्त आटा गूंथ लें। आटा न तो नरम होना चाहिए और न ही सख्त, बस इतना सख्त होना चाहिए कि उसे बेलने में आसानी हो।

खजूर बनाना: 4. गूंथे हुए आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और उन्हें बेलन से बिस्कुट के आकार में बेल लें।

तलना: 5. कढ़ाई में घी/ तेल गरम करें और मध्यम आँच पर खजूर के गोलों को सुनहरा और खस्ता होने तक तलें। 6. तले हुए खजूर को कढ़ाई से झाज (एक प्रकार का बर्तन जोतेल में तले हुएको निकालने के लिए प्रयोग किया जाता है इसमें बहुत सारे छेद होता है।) का प्रयोग से निकालकर सूप या बर्तन पर रखें ताकि अतिरिक्त घी निकल जाए।

परोसना: 7. खजूर को ठंडा करके सर्व करें। इसे एयरटाइट कंटेनर में रखकर लंबे समय तक स्टोर भी किया जा सकता है।



खजूर कब खाया जाता है:

खजूर को आमतौर पर त्योहारों, जैसे होली, दिवाली और पारिवारिक समारोहों में बनाया और खाया जाता है। इसे विशेष अवसरों पर मेहमानों का स्वागत करने के लिए भी परोसा जाता है। इसका स्वाद और कुरकुरापन इसे सभी के लिए खास बनाता है। अगर कोई पढ़ाई, नौकरी या किसी अन्य काम से घर से बाहर जाता है तो इस पकवान को एक महीने के लिए स्टॉक में ले जाने की परंपरा है।
इस प्रकार खजूर एक मीठा, स्वादिष्ट और पारंपरिक रूप से समृद्ध व्यंजन है जो किसी भी अवसर को मधुर और यादगार बना देता है।


सूचना

व्यंजन बनाने का तरीकावीडियो सहित।

बिरिया (अरिकोच)

दाल को 4-5 घंटे या रात भर पानी में भिगोने के बाद बथुआ या खेसारी के साग को साफ करके धूप में सुखा लें, फिर उड़द की दाल को पीसकर साग में मिलाकर पका लें और सूखने के लिए रख दें।

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मुरौरी

मुरौरी मिथिला का एक विशेष और पारंपरिक व्यंजन है जिसे मूली को बारीक काटकर और उड़द दाल के साथ मिलाकर बनाया जाता है।

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