अनुवाद :

मिथिला की बेटी की विदाई:बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ || The Farewell of Sita: An Emotional Maithili Folk Song

विषय सूची

समदाउन

 बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ

बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ

सेहो रघुवंशी नेने जाय शुभे


आगू-आगू रघुबर, (पाछू-पाछू डोलिया)-2

ताहि पाछु लक्षुमन भाय

कथी केर डोलिया, केहन ओहरिया-2

कि लागि गेल बतिसो कहार


चानन केर डोलिया, (सबुज ओहरिया)से-2

कि लागि गेलई बतिसो कहार

कोहबर के लिखैया शुभे हो शुभे

दुअरा के छेकैया शुभे हो शुभे 

शुभे शुभ के लगनमा शुभे हो शुभे


लऽ दऽ निकसल (विजुबन कहरिया)

जाहि वन ने अपन पराए


केओ जे कानय राजमहलिया

केओ कानय दरबार

केओ जे कानय मिथिला नगरिया


जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय

अम्मा जे कानय राजमहल मे

बाबा कानय दरबार

सखी सब कानय मिथिला नगरिया

जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय




गीतका अर्थ

यह गीत एक मैथिली लोक गीत है, जो माता सीता की विदाई के भावनात्मक क्षण को व्यक्त करता है यह गीत मिथिला के लोक जीवन की गहरी भावनाओं को खूबसूरती से पिरोता है।
गाने के पहले भाग में दिखाया गया है कि माता-पिता ने अपनी बेटी को बहुत मेहनत और देखभाल से पाला है। लेकिन अब वह अपनी बेटी (सीता) को छोड़कर रघुवंशी के पास जा रहे हैं। सीता के आगे-आगे राम चलते हैं और उनके पीछे डोली चलती है, जिसे लक्ष्मण संभालते हैं। डोली और उसके सहायक (कहार) का वर्णन करते हुए कहा गया है कि यह चंदन की बनी हुई और हरे दुपट्टे से ढकी हुई डोली है इसकी खूबसूरती इतनी अनोखी है कि हर कोई इसे देखता ही रह जाता है
 कहार (पालकी उठाने वाला) पूरी श्रद्धा के साथ सीता को घर ले जा रहा है।

गीत में कहा गया है कि सीता के अपने गृह नगर के लिए प्रस्थान करते ही मिथिला के विभिन्न स्थानों में शोक का माहौल बन गया है। उसकी माता राजमहल में विलाप कर रही है, उसका पिता राजदरबार में विलाप कर रहा है तथा नगर की अन्य स्त्रियाँ, सखियाँ तथा उपपत्नियाँ भी रो रही हैं। हर किसी को ये सोचकर दुख होता है कि अब एक जोड़ा (राम और सीता) (उन सबसे) अलग हो रहे हैं.
इन भावनाओं के माध्यम से, यह गीत उस गहरे दुःख और दर्द को दर्शाता है जो एक माता-पिता को तब महसूस होता है जब वे अपनी बेटी को अलविदा कहते हैं। साथ ही गाना इस बात का प्रतीक है कि विदाई न सिर्फ घर छोड़ने वाले व्यक्ति के लिए, बल्कि पूरे परिवार और समाज के लिए एक भावनात्मक क्षण होता है.
यहां पर राम दूल्हा और सीता दुल्हन तथा लक्ष्मण को वर(दूल्हा) का भाई बताया गया है।

-लेखक  संकलन

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